Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral: आज के इस पोस्ट में हम बच्चो के लिए लाए है Panchatantra Short Stories in Hindi. जिसमे हमने बच्चो के लिए Moral भी दिए है. यदि बच्चे इन Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral को पढ़ते है तो उनको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है.
यदि आप बच्चो के अभिभावक है तो आपको हमारे इस आर्टिकल में दिए गए Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral को बच्चो को पढ़के जरुर सुनानी चाहिए. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इन कहानियों से बच्चों को जीवन में सही रास्ते पर चलने की अच्छी शिक्षा मिलती है. जिससे बच्चे अपने जीवन में आगे बढ़ सकें और सही-गलत की पहचान कर सकें।
Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral
हमने नीचे बहुत सी अच्छी अच्छी कहानियां दी है. तो आइए अब जरा भी देर न करते हुए इन Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral कहानियों को अपने बच्चो को पढ़के सुनाते है.
1# झूठा दोस्त – Bedtime stories in hindi panchtantra
एक हिरण और एक कौआ बहुत अच्छे दोस्त थे। एक दिन कौवे ने हिरण को एक सियार के साथ देखा। सियार चालाक जानवर के रूप में जाने जाते थे, इसलिए उसने अपने दोस्त को चेतावनी दी कि सियार पर भरोसा ना करे ।
हिरण ने कौवे की चेतावनी को अनसुना कर दिया और सियार के साथ एक खेत में चला गया जहां हिरण फंस गया। सियार ने उपहास किया, “मैं किसान को बुलाने जा रहा हूँ वह तुम्हें मार डालेगा और मुझे तुम्हारे मांस का एक हिस्सा मिलेगा “। हिरण रोया ।
कौवे ने अपने मित्र के रोने की आवाज सुनी और उसकी सहायता के लिए आया। उसने हिरण से यह नाटक करने के लिए कहा कि वह मर चुका है। सियार की आहट सुनते ही किसान आ गया। उसने देखा कि एक हिरण अपने जाल में मरा पड़ा है। उसने देखने के लिए जाल खोला लेकिन हिरण भाग गया। गुस्साए किसान ने सियार को मारा और उसे भगा दिया।
नैतिक शिक्षा : झूठे दोस्त घोषित दुश्मन से भी बदतर होते हैं ।
2# कौवा – Small panchatantra stories in hindi
एक बार एक कौवे ने एक दूकान से वडा चोंच में लेके भाग गया। वह उड़ते उड़ते थोड़ी दूर में एक पेड़ पे जाके बैठ गया। इसी बिच एक लोमड़ी ने कौवे के चोंच में बड़ा देख लिया और तुरंत वह कौवे की बड़ाई करने लगा की कौवा कितना सुन्दर है, उसके पंख कितने सुनहरे है और वह बहुत अच्छा गाता है।
लोमड़ी ने कहा “तुम्हरी आवाज़ कितनी अच्छी है एक गाना सुना दो तो मजा आ जाए। “कौवा आत्ममुग्ध होक जैसे ही गाने के लिए मुँह खोला उसके चोंच से बड़ा निचे गिर आया और लोमड़ी उसे खा के वह से चला गया
कहानी से सीख : दूसरों को मुर्ख मत बनाओ , वरना तुम खुद मुर्ख बन जाओगे
3# चौकीदार – Short panchatantra stories in hindi
एक कंपनी के मैनेजर राहुल को अपने कंपनी के लिए चौकीदार चाहिए था। उसके लिए उन्होंने ने इश्तेहार निकाला। बहुत लोग इंटरव्यू देने आये लेकिन मैनेजर को कोई भी पसंद नहीं आ रहा था। आखिर में राजू नाम का एक व्यक्ति बैठा था जो इंटरव्यू के लिए बैठा था
राहुल ने राजू से पूछा “आप थके हुए लग रहे है ? कोई बीमारी है क्या ?” राजू ने जबाब दिया : नहीं साहब, ऐसी कोई बिमारी नहीं है, लेकिन नींद नहीं आने की बिमारी है। ” राहुल ने तुरंत उसको रात के चौकदारी के लिए रख लिया क्यूंकि वह चाह के भी सो नहीं सकता.
कहानी से सीख : अपनी असलियत नहीं छुपाना चाहिए
4# गाजर का हलवा – English panchatantra stories
खरगोश, बिल्ली एवं चींटी तीन मित्र थे। तीनों ने एक दिन सोचा कि चलो कुछ बनाया जाए। जिसको जो पसंद हो वह सामान ले आए। चींटी बोली- “मैं चीनी लाऊँगी।” बिल्ली बोली- “मैं दूध ले आऊँगी।” खरगोश बोला- “मैं गाजर ले आऊँगा।”
तीनों अपना-अपना सामान ले आए। सबने मिलकर एक पेड़ के नीचे आग जलाई। खरगोश दौड़कर एक बड़ी कढ़ाही उठा लाया। उन्होंने कढ़ाही में दूध, चीनी व गाजर को खूब पकाया। कुछ लाल-लाल बन गया।
तीनों मिलकर उसे खाने बैठ गए। खरगोश बोला- वाह! यह तो गाजर से भी बढ़िया है। बिल्ली बोली – वाह ! यह तो दूध से भी बढ़िया है। चींटी बोली- वाह! यह तो चीनी से भी बढ़िया है।
बिल्ली बोली- “पर यह है क्या?” खरगोश बोला “यह तो हलवा है हलवा ! वाह! कितना मीठा है! कितना बढ़िया हलवा ।” चींटी बोली- वाह! – खाकर मजा आ गया, गाजर का हलवा | तीनों एक साथ बोले “हम सबने बनाया गाजर का हलवा”।
शिक्षा- सब एक साथ मिलकर काम कारे तो काम अच्छा होता है.
5# सुंदर पंख – Panchatantra short stories in english
एक सुंदर चिड़िया एक कौए के पास पेड़ पर बैठी थी। चिड़िया कौए से बोली-“ओह! तुम्हारे पंख कितने रूखे और काले हैं।” इस पर कौए को गुस्सा आया।
चिड़िया फिर बोली- “अरे! मेरे कोमल, चमकीले, सुंदर पंख देखो। कितने अच्छे लगते हैं। तुम्हारे सख्त और कठोर पंख तो बिलकुल भद्दे लगते हैं।” तब कौआ गर्व से बोला- “भोली चिड़िया!
मेरे ये पंख मुझे सरदी गरमी से बचाते हैं। भयंकर ठंड पड़ने पर तुम्हारे ये सुंदर पंख तुम्हारी कोई सहायता नहीं करते। तुम ठंड में ठिठुरती हो, दुबकी बैठी रहती हो।
लेकिन मैं अपने इन्हीं रूखे और सख्त पंखों से उड़कर पेड़ों पर जा बैठता हूँ और मीठे-मीठे फल खाता हूँ। तो बताओ चिड़िया रानी ! ऐसे कोमल और सजावटी पंखों का क्या लाभ?” यह कहकर कौआ वहाँ से उड़ गया।
शिक्षा – कभी भी अपने सुंदरता में घमंड नहीं करना चाहिए.
6# घोड़ा और गधा – Panchatantra moral stories in hindi
एक धोबी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक दिन, धोबी ने कपड़ों की भारी पोटली गधे की पीठ पर लाद दी। घोड़े के ऊपर कुछ नहीं लादा । गधे के ऊपर लदा बोझा काफी भारी था। उसने घोड़े से अनुरोध किया, “भाई! मैं इस बोझ के मारे मरा जा रहा हूँ कुछ बोझा अपने ऊपर ले लो।”
घोड़े ने साफ इन्कार कर दिया, “मैं क्यों तुम्हारा बोझा लादूँ ? घोड़े तो सवारी के लिए होते हैं, बोझा ढोने के लिए नहीं ।” गधा चलता रहा। कुछ देर बाद गधा बोझा नहीं सह पाया और गिर पड़ा। अब धोबी को अपनी गलती समझ में आई। उसने गधे को पानी पिलाया और सारा बोझा घोड़े के ऊपर लाद दिया। अब घोड़ा पछताने लगा।
वह सोचने लगा, “अगर मैंने गधे की बात मानकर उसका आधा बोझा अपनी पीठ पर ले लिया होता, तो मुझे पूरा बोझा लादकर बाज़ार तक इस तरह नहीं जाना पड़ता !”
शिक्षा –
7# लालची शेर – Panchatantra short stories in english with moral
जंगल में गर्मी के मौसम में एक शेर अपने गुफा से निकला क्यूंकि उसको बहुत भूख लगी हुई थी। उसको सामने एक खरगोश दिखा और उसने तुरंत उसको अपने पंजे में कैद कर लिया। उसने कुछ हिचकिचाहट के साथ सोचा “इससे मेरा पेट नहीं भरेगा”।
इसी बिच शेर को थोड़ी दूर में भागता हुआ एक हिरन दिखाई दिया। हिरन को देखते ही शेर का दिल गदगद हो गया और वह तुरंत खरगोश को छोड़ के वह हिरन की और भागा। आहट पाते ही हिरन तुरंत घने जंगल में गायब हो गया। इसी बिच खरगोश भी वहां से भाग चूका था। वापस आके खरगोश को वहां ना पा कर शेर अफ़सोस किया
कहानी से सीख : जितना अपने पास में हो उससे संतुष्ट होना चाहिए दूर की चीजो के पीछे भागने से अपनी चीजें भी खो जाती है.
8# आडू और सेब – Hindi Moral Stories
एक बगीचे में एक आडू और एक सेब आपस में बहस कर रहे थे। दोनों अपने आपको अधिक सुंदर बता रहे थे। दोनों अपनी बात पर अड़े थे।
उन्होंने निर्णय के लिए खुली बहस करने का निश्चय किया। दोनों फलों के बीच तीखी बहस होने लगी। बगीचे के सारे फल उनकी बातें सुन रहे थे। तभी पास की झाड़ी से एक काली बेरी ने अपना सिर उठाया और चिल्लाकर बोली, “तुम लोगों की बहस बहुत हो चुकी है।
हमें नहीं लगता कि तुम लोगों का फैसला हो पाएगा। इस बहस से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। अपने मतभेद भुलाकर हाथ मिलाओ और फिर से दोस्त बन जाओ। शांति से रहने का यही एक तरीका है।
शिक्षा- ऊँचे स्वर में झगड़ने से कोई लाभ नहीं होता।
9# गरजने वाला गधा – Panchtantra short stories in hindi
जंगल में रहने वाला गधा एक दिन शेर का वेश धारण कर जंगल के जानवरों को परेशान करने निकल पड़ा। सभी जानवर गधे को शेर समझकर डर गए और उसे नमस्कार करने लगे। कुछ देर बाद गधे का सामना एक लोमड़ी से हुआ। शेर रुपी गधा जोर से रेंका परंतु लोमड़ी पर कोई असर नही पडा। बल्कि लोमड़ी दिल खोलकर हंसते हुए बोली, “मैं तुम्हारी असलियत समझ गई हूं, इसलिए तुमसे डरने का कोई मतलब नहीं।”
लोमड़ी की बात सुनकर गधा सिर झुकाकर आगे बढ़ गया।
शिक्षा – नाम बदलने से असलियत नहीं बदलती.
10# शेर का घमंड – Panchtantra ki kahani
एक बड़े से जंगल में शमशेर नाम का एक बड़ा और ताकतवर शेर रहा करता था। उसकी ताकत और तेज दहाड़ से जंगल का हर एक जानवर उससे डरता था। शेर जंगल का राजा था और उसे इस बात का बहुत घमंड था।
उसे लगता था की वो जंगल में जो चाहे वो कर सकता है। एक दिन शहर का राजा जंगल में घूमने निकला। घूमते घूमते वो शेर एक राज्य की तरफ आ गया। वहां उसने देखा की उस राज्य के राजा एक बड़े से हाथी पर आसान लगा कर अपने राज्य के चक्कर लगा रहा है। उसे देख कर शेर के मन में भी हाथी पर आसन लगाकर बैठने का उपाय सुझा ।
शेर जंगल की तरफ वापिस आ गया और उसने जंगल के सभी जानवरों को बताया और आदेश दिया कि हाथी पर एक आसन लगाया जाए। बस क्या था, शेर ने जैसे ही आदेश किया झट से जंगल के सबसे बड़े हाथी पर आसन लग गया।
शेर उछलकर हाथी पर लगे आसन मैं जा बैठा। और अपनी तेज दहाड़ के साथ उसने हाथी को चलने के इशारा दिया। हाथी जैसे ही आगे की ओर चला, तो हाथी के चलने की वजह से आसन जोर जोर से हिलने लगा और थोड़ा आगे जाने के बाद शेर धड़ाम से उस आसन से नीचे गिर गया। शेर के नीचे गिरते ही सारे जानवर जोर जोर से हंसने लगे।
शेर की एक टांग भी टूट गई और फिर शेर खड़ा होकर कहने लगा – लगा- इससे अच्छा तो पैदल चलना ही ठीक होता है।
शिक्षा – दूसरों की नक़ल करने से कभी कभी अपना ही नुकसान हो जाता है इसलिए तो कहते हैं जिसका काम उसी को साजे ।
11# बिल्ली और भेड़िया – Small panchatantra short stories in hindi with moral
एक बार बिल्ली और भेड़िया आपस में बात चित कर रहे थे की कैसे जंगली कुत्ते कितने निर्दयी और बदमाश है बात चित में भेड़िया ने बिल्ली से जानना चाहा की कैसे वो जंगली कुत्तो को सामना करती है, बिल्ली चालाक थी इसलिए बिल्ली ने कहा की आप बड़े हो आप अपने कुछ गुरु मंत्र बताइये।
भेड़िया यह सुन के बड़ा खुश हुआ और उसने बिल्ली को बोला मेरे पास बहुत सारे तरीके है जैसे की घनी झाड़ियों के पीछे लकड़ियों की टोह लेके गोद में छुपके। इसी बिच दोनों ने जंगली कुत्तों के एक झुण्ड को अपनी तरफ आते देखा बिल्ली ने तुरंत भेडिया को बोला मुझे तो सिर्फ एक टोटका आता है और वह मैं उपयोग करने जा रही हु ।
यह बोल के वह तुरंत पेड़ के टहनी के सहारे पेड़ पे चढ़ गयी सारे जंगली कुत्तों ने भेड़िया को घेर के उसको मार डाला।
कहानी से सीख – एक काम को अच्छे से जानना ज्यादा बेहतर है इसकी बजाय की आप हर काम को आधा आधा जानते है.
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है की ये Short Panchatantra Story in Hindi आपको अच्छी लगी है. हमारी यही कोशिस है की आपको बेस्ट पंचतंत्र कहानियाँ और मोरल पंचतंत्र कहानियाँ प्रदान (Panchatantra Short Stories in Hindi With Moral) की जाए जिससे आपको इन कहानी के जरिये कुछ नैतिक शिक्षा प्राप्त हो. यदि ये कहानियाँ आपको अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे.
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